पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि करीब 40 लोगों के एक ग्रुप ने आरजी कर अस्पताल में घुसकर इमरजेंसी विभाग, नर्सिंग यूनिट और मेडिकल स्टोर में तोड़फोड़ की. उन्होंने दावा किया कि हंगामा और तोड़-फोड़ की घटना में लगभग 100 करोड़ का नुकसान हुआ है. बता दें कि भीड़ ने उस मंच पर भी तोड़फोड़ की, जहां जूनियर डॉक्टर एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और सुरक्षा की मांग कर रहे थे.
वहीं सीएम ममता ने आरजी कर हॉस्पिटल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के मामले की जांच के लिए पुलिस की समय सीमा तय की थी. उन्होंने कहा था कि अगर पुलिस ने 18 अगस्त तक जांच पूरी नहीं की तो केस सीबीआई को सौंप दिया जाएगा. हालांकि उससे पहले कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी.
सीबीआई को जल्द जांच पूरा करने का निर्देश
इस पर सीएम ममता ने नाराजगी जाहिर करते हुए सीबीआई को भी अल्टीमेटम दे दिया. उन्होंने सीबीआई को जल्द जांच पूरा करने का निर्देश दिया है. अगर 18 अगस्त (रविवार) तक सीबीआई दोषियों को पकड़ नहीं पाती है, तो एक बड़ा आंदोलन होगा.
दिल्ली में आंदोलन करेंगी सीएम ममता
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि हम दिल्ली में धरना देंगे. उन्होंने कहा कि सोमवार को रक्षाबंधन के दिन हमारा कार्यक्रम भाई-बहनों की सुरक्षा के नाम होगा. ममता ने कहा कि, मैं चाहती हूं कि दोषियों को फांसी हो.
हत्या का सच छिपाने का प्रयास किया
सीएम ममता ने माकपा और बीजेपी पर आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ की साजिश रचने और सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाकर महिला डॉक्टर के रेप और हत्या के पीछे की सच्चाई छिपाने का प्रयास करने का आरोप लगाया. उन्होंने सीबीआई से रविवार तक मामले को सुलझाने की अपील की और दोषियों को फांसी देने की मांग की.
सच्चाई छिपाने की कोशिश
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए, लेकिन लोगों को गुमराह करने के लिए कुछ लोग झूठ फैला रहे हैं. सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाकर सच्चाई छिपाने की कोशिश की जा रही है. हम चाहते हैं कि दोषियों को सजा मिले.
आरजी कर अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़
बता दें कि गुरुवार तड़के करीब 40 लोगों के एक ग्रुप ने अस्पताल में घुसकर आपातकालीन विभाग, नर्सिंग यूनिट और मेडिकल स्टोर में तोड़फोड़ की.भीड़ ने सरकारी अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे भी क्षतिग्रस्त कर दिए और उस मंच पर भी तोड़फोड़ की, जहां जूनियर डॉक्टर एक महिला डॉक्टर के रेप और हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और अपने कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग कर रहे थे.